About Delhi
Golden Triangle

गोल्डन ट्रांयगल टूर


Golden Triangle

दिल्ली - आगरा- भरतपुर - जयपुर - दिल्ली

 

यात्रा कार्यक्रम: 3 दिवसीय टूर
दिल्ली से प्रस्थान का समय: प्रत्येक मंगवार एवं शुक्रवार को प्रातः 7.00 बजे
यात्रा स्थल:

 

आगरा:

 

यह ऐतिहासिक शहर नई दिल्ली से दक्षिण की ओर 200 कि.मी. दूर, यमुना नदी के किनारे पर बसा है। लगभग तीन शताब्दी पहले, यह शहर मुग़लों की एक शक्तिशाली राजधानी था और उत्तर भारत का सबसे महत्वपूर्ण शहर था। यही वह समय था जब आगरा ने अनेक कालातीत वास्तु आश्चर्य उत्पन्न किए : आश्चर्यचकित करने वाला ताज महल, शानदार आगरा किला और बेहतरीन सिकन्दरा - जो अपने में एक पूरा शहर है।

आगरे का किला : लाल पत्थर से निर्मित यह किला ताज महल के अलावा आगरा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक है। अर्द्ध-वृत्ताकार आकार में बने इस किले का निर्माण 1565 ई. में अकबर द्वारा आरंभ कराया गया था और 1574 ई. में इसका कार्य पूरा हुआ।

ताज महल : विश्व का सर्वाधिक फोटोग्राफ किए जाने वाला स्मारक, ताज महल सफेद संगमरमर का वैभव  समेटे यमुना नदी के किनारे स्थित है।  17वीं शताब्दी में पांचवे मुग़ल बादशाह शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की स्मृति में निर्मित ताज महल बादशाह के अपनी पत्नी के प्रति अमर प्रेम की दास्तां को बयान करता है। पूरे देश से आए 20,000 से अधिक कुशल कारीगरों ने दिन-रात काम करते हुए वास्तुकला के इस आश्चर्य का निर्माण कार्य 22 वर्ष के लंबे समय में पूरा किया गया। 

 

फतेहपुर सीकरी : आगरा से 40 कि.मी. दूर स्थित, यह पूरा शहर लाल बालुई पत्थर से बना है। अकबर द्वारा निर्मित और एक सूफी संत को समर्पित, फतेहपुर सीकरी का उदय 1571 ई. में हुआ था। जामा मस्जिद, सलीम चिश्ती की दरगाह, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-ख़ास, शहर के मध्य स्थित रानी के महल आदि इसके दर्शनीय स्थल हैं।

जयपुर:

 

पिंक सिटी के नाम से मशहूर यह शहर उन ऐतिहासिक प्रतीकों से परिपूर्ण है, जो इसके पूर्व वैभव और मौजूदा रीति-रिवाजों को दर्शाते हैं। यहां आप महलों और किलों, मंदिरों और बागीचों, हस्तशिल्प तथा धूमधाम के दर्शन कर सकते हैं।

 

सिटी पैलेस : सवाई जय सिंह द्वारा निर्मित यह स्थान 1922 में जयपुर के शाही परिवार का अधिकारिक आवास बना। इस शानदार महल का एक बड़ा हिस्सा अब एक संग्रहालय का रूप ले चुका है, जहां राजपूत राजाओं द्वारा उपयोग की जाने वाली कलाकृतियों का एक उत्कृष्ट संग्रह है।

 

जंतर मंतर : 1728 में निर्मित, यह सवाई राजा जय सिंह के अद्वितीय वेधशालाओं में से एक है। यहां स्थित यंत्र वैज्ञानिक तरीके के बने हैं जो प्रमुख तारों की चाल का सटीक अनुमान देते हैं। यह मध्यकालीन भारत के खगोल-विज्ञान के उच्च स्तर का प्रतिनिधित्व करता है।

 

 

आमेर का किला : यह सर्वाधिक उत्कृष्ट और सबसे बेहतर संरक्षित किलों में से एक है, जो जयपुर शहर के निर्माण से पहले सात वर्ष के लंबे समय तक शाही राजधानी रहा है। इसके परिसर में अनेक महल, मीटिंग हॉल, पैवेलियन, बागीचे और मंदिर हैं। इस किले का निर्माण  10वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में राजा मान सिंह द्वारा कराया गया था।