खान-पान
दिल्ली की चारदीवारी के भीतर गलियों में प्राचीन खान-पान
से लेकर आज के चमक बिखेरते, पांच-सितारा होटलों में स्थित विशेषज्ञता प्राप्त
रेस्तरां, दिल्ली को पकवानों का स्वर्ग बनाते हैं। दिल्ली में विभिन्न
परिवेशों में विभिन्न बजटों के अनुरूप भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजन पेश
किए जाते हैं।
चटोरों के लिए, दिल्ली मुगलई और सरहदी पकवानों का पर्यायवाची है। करीम होटल (जामा मस्जिद और निज़ामुद्दीन दोनों जगह) में श्रेष्ठ मुगलई पकवानों का आनंद लिया जा सकता है, जहां के खाने, मुग़लों के काल के व्यंजनों से मेल खाते हैं और जहां पीढ़ी-दर-पीढ़ी खानसामों के पाककला के रहस्यों को गुप्त रखा जाता है।
महंगे पकवानों की श्रंखला में दिल्ली का आंगन (हयात
रीजेंसी), दरबार (अशोक होटल) और कॉरबेट्स (क्लेरिरिज़्) जैसे कई विकल्प हैं,
जबकि गुलाटी रेस्तरां (पंडारा मार्किट), अंगीठी (एशियाई खेलगांव) और देगची
(रीगल बिल्डिंग) बजट के अनुकूल सेवा प्रदान करते हैं। बुखारा (मौर्य शेरेटन),
फ्रंटियर (अशोक होटल) और बलूची (दि हिल्टन) में उत्कृष्ट सरहदी पकवान उपलब्ध
हैं।
इस पैमाने के अलावा जामा मस्जिद और निज़ामुद्दीन के आसपास सड़कों पर कई प्रसिद्ध खाने-पीने के स्थान हैं, जहां कबाब, रोटी और बिरयानी प्रतिदिन मिलते हैं।
शहर के प्रत्येक पांच-सितारा होटल में एक चाइनीज़
रेस्तरां हैं, जबकि दक्षिण दिल्ली की अधिकांश मार्किटों में मध्य-बजट वाले
चाइनीज़ रेस्तरां हैं। चीनी व्यंजनों की प्रसिद्धि "मील्स् ऑन व्हील्स"
और कियोस्क पर लगने वाली अनेक दुकानों में भी देखी जा सकती है। दिल्ली में
बढ़ती आधुनिकता में दिल्ली वालों के खानपान के कारण अनेक विशेषज्ञता लिए
रेस्तरां बन चुके हैं, जिनमें - अल-अरब (रीगल बिल्डिंग), दम पुख्त इन अवध (मौर्य
शेरेटन), चोर बिजारे के कश्मीरी व्यंजन (होटल ब्रॉडवे), बान तही में थाई
व्यंजन (दि ओबराय) और सुखोथाआई (हौज खास विलेज), टोक्यो (अशोक होटल) के
जापानी व्यंजन और ओसाका (हौज खास विलेज), चाणक्य थियेटर के निकट स्टाल पर
तिब्बती व्यंजन और रोडियो (कनॉट प्लेस) में मैक्सिकन व्यंजन प्रसिद्ध हैं।
शाकाहारियों के लिए दक्षिण भारतीय व्यंजन अन्य पसंदीदा
खाने हैं जिनके लिए सागर (डिफेंस कालोनी), सागर रत्न (लोधी होटल) और दसप्रकाश
(अम्बेसडर होटल) प्रसिद्ध हैं। कोकोनट ग्रोव (अशोक यात्री निवास) में दक्षिण
भारतीय मांसाहारी व्यंजन परोसे जाते हैं।
ओरियंट एक्सपरेस (ताज पैलेस) और कैप्टन्स केबिन्स (ताज
मान सिह) जैसे पांच सितारा होटलों में सर्वश्रेष्ठ कॉन्टिनेंटल व्यंजन खाए जा
सकते हैं, तथापि अनेक विविध-व्यंजननों वाले रेस्तरां भी कॉन्टिनेंटल व्यंजन
बेचते हैं। शहर के बदलते परिवेश को ध्यान में रखते हुए अनेक फास्ट-फूड
आउटलेट्स की बढ़ोतरी होती जा रही है, जिनमें व्यंजनों का बड़ी वैराइटी सर्व
की जाती है।
भारतीय पकवानों की एक श्रंखला को पेश करते एक शानदार स्थल
दिल्ली हाट में फूड-स्टाल बनाए गए हैं। यहां विभिन्न राज्यों के व्यंजन
सुलभ दरों पर बेचे जाते हैं। एक बड़े शिल्पकला बाज़ार के बीच स्थित कैफे इन
व्यंजनों का मज़ा लेने के लिए बहुत सुखद स्थान है। शानों के शौकीनों के लिए,
परांठे वाली गली अथवा बंगाली मार्किट और सुंदर नगर की चाट, ग्रेटर कैलाश की
भेलपूरी तथा अन्नपूर्णा और घण्टेवाला के मिष्ठान दिल्ली के अन्य आकर्षण हैं।
दिल्ली यहां सर्वव्यापी तंदूरी चिकन और तंदूरी रोटी का भी पर्यायवाची है, जो तंदूर में ताज़ा-ताज़ा बनने के बाद खाने को ज़ायकेदार बना देते हैं। प्रायः सड़कों पर बने ढाबों में भी सस्ती दरों पर इनका स्वाद चखा जा सकता है।