बहाई मंदिर
कहां स्थित है: कालकाजी मंदिर के नज़दीक,
नेहरु प्लेस के पूर्व में स्थित है
नज़दीकी मेट्रो स्टेशन: कालकाजी मंदिर
कब खुलता है: मंगलवार से रविवार;
सोमवार को बंद रहता है
समय: प्रातः 9 बजे से सायं 5:30 बजे तक
प्रवेश: निःशुल्क
फोटोग्राफी: अनुमति लेनी आवश्यक है
यह मंदिर शुद्ध सफेद संगमरमर से निर्मित है। इसके शिल्पकार फ्यूरीबुर्ज सबा ने कमल को प्रतीक के रूप में चुना जो हिन्दू, बौद्ध, जैन और इस्लाम धर्म में समान है। प्रत्येक सम्प्रदाय के अनुयायी मंदिर में निःशुल्क प्रवेश कर सकते हैं और प्रार्थना अथवा ध्यान कर सकते हैं।
कमल की खिली हुई पंखुड़ियों के चारों ओर पानी के नौ तालाब है, जो प्राकृतिक प्रकाश में प्रकाशमान होते हैं। गोधूलि वेला में रोशनी में नहाया बहाई मंदिर शानदार दिखाई देता है।