आज की दिल्ली
आधुनिक दिल्ली, जो लुटियन की दिल्ली के नाम से प्रसिद्ध है, वास्तुकला, भवन निर्माण सामग्री और भवनों की योजना के संबंध में पुरानी दिल्ली से विपरीत है। हालांकि, आधुनिक दिल्ली स्वयं भी एक सताब्द से अधिक प्राचीन है, जब ब्रिटिश शासकों ने कलकत्ता से बदलकर दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया था। नई दिल्ली का जो रूप, जैसा कि आज देखा जाता है, लुटियन द्वारा डिजाइन किया गया था, जिसमें बड़े-बड़े खुले लॉन, एवेन्यू और भवन देखे जाने लायक हैं।
आधुनिक दिल्ली में - इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक - जो ब्रिट्श वास्तुकला का शानदार उदाहरण हैं - पर्यटकों के लिए सामान्य आकर्षण का केन्द्र होने के अलावा, आप यहां स्थित विभिन्न संग्रहालय, मंदिर और स्मारक भी देख सकते हैं, जो दिल्ली वालों की जीवन शैली की व्यापक और मनोरंजक झलक पेश करते हैं।
राष्ट्रीय संग्रहालय, कई अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालयों के समकक्ष है, आधुनिक दिल्ली का एक महत्वपूर्म दर्शनीय स्थल है। यहां, आप प्राचीन काल से लेकर मध्यकाल तक भारत के समृद्ध इतिहास की झलक पा सकते हैं।
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय भारतीय रेलवे के 150 से अधिक वर्षों के इतिहास को दर्शाता है, जहां भारतीय रेलवे के प्रारंभ समय में वर्ष 1853 में थाणे से मुंबई के बीच चला प्रथन भाप इंजन भी प्रदर्शित है।
आधुनिक दिल्ली में आधुनिक भारत के कुछ प्रसिद्ध मंदिर हैं जो न केवल अपने धार्मिक महत्व के लिए, बल्कि अपने अनुकरणीय डिजाइनों के लिए जाने जाते हैं, जो पारंपरिक वास्तुकला मानकों के लिए चुनौती है। इनमें बिरला परिवार द्वारा निर्मित लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर), भगवान लक्ष्मी नारायण (विष्णु) को समर्पित है। आधुनिक दिल्ली के भ्रमण के समय एक और दर्शनीय मंदिर है, बहाई समुदाय द्वारा निर्मित लोटस टैम्पल। खिलते कमल के आकार में निर्मित इस मंदिर को देखने प्रतिदिन हजारों सैलानी आते हैं।
इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) मंदिर में प्रार्थना और ध्यान की सुविधाओं के अतिरिक्त एक शाकाहारी रेस्तरां, पुस्तकालय, एनिमेट्रोनिक्स सेंटर है, साथ ही यहां एक संग्रहालय भी निर्मित किया जा रहा है।
नवनिर्मित अक्षरधाम मंदिर पर्यटकों और दिल्ली वालों के आकर्षण का केन्द्र है। यह मंदिर यमुना नदी के किनारे स्थित है, यहां समीप ही राष्ट्रमंडल खेल गांव स्थापित है।
नई दिल्ली में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय नेताओं के स्मारक हैं। राजघाट, शांति वन, शक्त स्थल क्रमशः महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी के अंत्येष्टि स्थल हैं। आप तीन मूर्ति भवन (नेहरु स्मारक संग्रहालय), गांधी स्मृति और इंदिरा गांधी स्मारक भी देख सकते हैं।
राजधानी में नए और पुराने का रोचक सम्मिश्रण है। एक ओर आप पुराने वास्तुकला वाले स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं, वहीं दूसरी ओर आपको दिल्ली के शानदार मॉल, फ्लाईओवर, आधुनिक सुज्जित ऊंचे भवन और हरित क्षेत्र देखने को मिलेगा।